अनुस्मारक या स्मरण पत्र किसे कहते हैं? अनुस्मारक क्या है? अनुस्मारक या स्मरण कराने के लिए या याद दिलाने के लिए भेजे जाने वाले पत्रों को अनुस्मारक कहते हैं। ऐसे पत्रों को अंग्रेजी भाषा में रिमाइन्डर (Reminder) कहा जाता है।
अनुस्मारक या स्मरण पत्र किसे कहते हैं? या
अनुस्मारक क्या है? या
स्मरण पत्र किसे कहते हैं ? या
अनुस्मारक पत्र की परिभाषा लिखते हुए इसकी विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर – अनुस्मारक या स्मरण कराने के लिए या याद दिलाने के लिए भेजे जाने वाले पत्रों को अनुस्मारक कहते हैं। ऐसे पत्रों को अंग्रेजी भाषा में रिमाइन्डर कहा जाता है।
कभी-कभी भूल-से या अन्य किसी कारण से अधीनस्थ कार्यालयों द्वारा उच्च कार्यालय के पत्र पर कार्यवाही नहीं की जाती, तब कार्यवाही के लिए उच्च कार्यालय द्वारा पुन: अधीनस्थ कार्यालय को स्मरण कराने के लिए पत्र लिखा जाता है। इसे अनुस्मारक कहते हैं।
अनुस्मारक का स्वरूप मूल पत्र के स्वरूप के अनुसार ही होता है, अर्थात् यदि मूल पत्र कार्यालय ज्ञापन था तो अनुस्मारक भी कार्यालय ज्ञापन के रूप में ही होगा और यदि मूलपत्र अर्ध सरकारी पत्र के रूप में था तो अनुस्मारक अर्धसरकारी पत्र के रूप में होगा, किन्तु कभी-कभी जब पिछले पत्रों के उत्तर नहीं मिल रहे हों या मामले का महत्व बढ़ गया हो तो अनुस्मारक अर्धसरकारी पत्र के रूप में भेजा जाता है।
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अनुस्मारक की विशेषताएँ –
- अनुस्मारक सम्बन्धित विभाग की ओर लिखा गया पुराने पत्र जैसा ही होता है। इसमें पहले लिखे गये पत्र की भाषा को दोहराया जाता है।
- अनुस्मारक में पिछले पत्र का उत्तर प्राप्त न होने के प्रति खेद प्रकट किया जाता है।
- अनुस्मारक में यह भी लिखा जाता है कि उत्तर के अभाव में काम करने की गति अवरुद्ध हो गयी है।
- अनुस्मारक की भाषा, विषय तथा समयानुकूल थोड़ी सख्त भी हो सकती है। अनुस्मारक में प्रत्येक स्थिति प्रकट करने के लिए कहा जाता है।
- अनुस्मारकों का आकार अपेक्षाकृत छोटा होता है।
- यदि अनुस्मारक का उत्तर नहीं आता है तो पुन: अनुस्मारक भेजा जाता है।
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अनुस्मारक का एक उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
“अथवा”
अनुस्मारक का एक नमूना तैयार कीजिए।
“अथवा”
अनुस्मारक कब लिखा जाता है तथा इसका प्रारूप कैसा होता है?
उत्तर :-
जब किसी सरकारी पत्र का उत्तर प्राप्त नहीं होता, या की गई कार्यवाही के सम्बन्ध में उपयक्त सचना प्राप्त नहीं होती, तो विभागों या व्यक्तियों को अनुस्मारक (स्मरण-पत्र) लिखा जाता है।
अनुस्मारक का प्रारूप इस प्रकार हैं –
उदाहरण –
क्रम संख्या 105/68 प्रशासन
भारत सरकार
वित्त मंत्रालय
प्रेषक
नई दिल्ली, दिनांक 9 मार्च, 20…
बिशन सिंह
अवर सचिव
भारत सरकार
सेवा में,
मुख्य सचिव
गुजरात सरकार
अहमदाबाद
विषय : अहमदाबाद में बाढ़ नियन्त्रण भवन निर्माण के लिए 1 करोड़ रुपये की स्वीकृति।
महोदय,
उपर्युक्त विषय पर इस मंत्रालय के इसी क्रम संख्या तथा दिनांक 12 फरवरी, 20… के पत्र के प्रसंग में निवेदन है कि अपेक्षित विवरण अभी तक आपके कार्यालय से प्राप्त नहीं हुआ है।
यह मामला अत्यधिक आवश्यक है, पूर्ण विवरण तत्काल भेजने की कृपा करें।
भवदीय
बिशन सिंह
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